शयनकक्ष का अर्थ है आराम करने का वह स्थान अर्थात घर का वह स्थान जहांँ स्वयं के थके हुए तन और मन को निद्रा के आगोश में डाल कर पुनः स्फूर्ति प्राप्त कर स्वयं को ऊर्जा से ओतप्रोत कर लेते हैं। आरामगाह ही वह स्थान है जहाँ शान्त मन से स्वयं के विचारों का आदान प्रदान करने में सक्षम होते है।शयनकक्ष के वातावरण का स्वयं के मन मस्तिष्क पर पूर्ण प्रभाव डालता है। शयनकक्ष की दीवारों के रंग,उन पर लगे चित्र,बेंत व धातु का बना फर्नीचर,उस पर प्रयुक्त पर्दे,चादर ,तकिया व कुशन के खोल के रंगों का समायोजन,प्राकृतिक प्रकाश की पूर्ण व्यवस्था,प्रकृति से तालमेल सब शयनकक्ष की रूमानियत के साथ स्वयं को भी रूहानी तौर पे रूमानियत के आगोश मे जाने से नहीं रोक पाते ,अर्थात प्रेम रस में सराबोर होना स्वाभाविक है।प्रेम भाव में भीगा शयनकक्ष का विस्तृत वर्णन अधोलिखित है जिससे आप स्वयं को वंचित नहीं रखना चाहोगे।
शयनकक्ष में शय्या के साथ ही आराम कुर्सी का भी विशेष स्थान होता है कभी कभी प्रेमीमन अपने आप में सिमट कर सोना चाहता है जिसमें केवल वह और उसके सपने ।जिनमें वह अपने नये विचारों को आमन्त्रित करता है और कुछ नया करने को प्रेरित होता है । आरामकुर्सी बेंत, धातु,लकडी की बनी होती है परन्तु उस पर कुशन आरामदायक है जो हमारे सपनो को और विचारों को संजो कर रखने में सहायक सिद्ध होते हैं।जहाँ आराम मिलता है वहीं से प्रम की अनुभूति प्रारम्भ होती है। आराम कुर्सी वह आराम करने का स्थान है जहाँ हम अपने अनुसार बैठना चाहे तो बैठ सकते हैं और यदि लेटना चाहे तो लेट भी सकते हैं। रौड्रिगो माइया, ब्राजीलियन वास्तुकार द्वारा निर्मित शयन कक्ष में शय्या और आराम कुर्सी का परस्पर रंग संयोजन अपने आप में परिपूर्णता का परिचय देती है,जो आराम के साथ नेत्रों को भी सुकून देती है।
शयनकक्ष की दीवारों पर हल्के रंगों का प्रयोग है साथ ही उस पर जो चित्र लगे वह भी दीवार के अनुरूप हैे उन चित्रो का आकार आपस मे सामंजस्य बैठाने वाला है । कमरे को रूमानियत से लबरेज करने में चित्रों का पूर्ण योगदान होता है।केवल चित्र लगाने से ही नहीं बल्कि उन चित्रों पर पर्याप्त प्रकाश की भी व्यवस्था है।चित्रों का संयोजन शैय्या सामने की दीवार पर है।चित्रों में रूमानियत की झलक हो तो युगल में प्रेम की प्रगाढता और घनिष्ठ होती है। अपने सुन्दर पलों को ताजा करने में चित्र बहुत सहायक होते हैं। चित्रों के समायोजन से कमरे दीवारें भी स्वय के साथ प्रेम का इजहार करके मानो अभी बोल उठेंगी सी प्रतीत होती हैं।
आरामगाहकी दीवारों को नवजीवन देने के पश्चात् कमरे में प्राकृतिक सौन्दर्य का होना भी अनिवार्य है।कमरे मे समुचित सूर्य का प्रकाश आने के लिए खिडकी या झरोखा आवश्यक है जैसा कि चित्र में चित्रित है।दिन में सूर्य के प्रकाश के साथ हवा का समावेश भी है।रात्री में सुंदर लैम्प ,फानूस के प्रकाश की भीनी जगमगाहट से कमरे के सौन्दर्य में चार चाँद लग जाते हैं यदि मोमबत्ती का प्रकाश का हो तो कमरा भी युगल प्रेमी जोडे के साथ प्रेममय हो कर पूरा साथ निभाता है।दिन और रात के प्रकाश का प्रभाव भिन्न-भिन्न होता है जैसे कि सूर्य का प्रकाश तन मन को हर दिन नई ऊर्जा से ओतप्रोत कर स्फूर्ति प्रदान करता है वहीं रात का प्रकाश रूमानियत से लबरेज रहता है।
निद्रा हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। तन और मन से ऊर्जा युक्त होने के लिए निद्रा पूर्ण होना अति आवश्यक है और यह सब तभी प्राप्त हो सकता है जब हमारा निद्रा का स्थान साफ सुथरा एवं आरामदायक हो। शय्या के कई आकार प्रकार होते हैं जैसे गोल , चौकोर आदि। ढाँचा भी धातु, बेंत,लकडी आदि से निर्मित होते हैं जो कमरे के रंगों के अनुरूप रंगों से सजे होते हैं। शय्या पर बिछा नरम गद्दा, नरम तकिया,मखमली चादर हो तो क्यों न दिल रूमानी होगा।शय्या का बैंगनी और सुनहरे रंग संयोजन जो अपने आप में शाही व शालीन दृष्टिगोचर हो रहा है। लकडी के ढाँचे पर सुनहरे रंग से उकेरी कलाकृति शय्या का शाही अंदाज बयाँ कर रही है।तकियों के साथ छोटे सुनहरे कुशन शय्या की शोभा को और निखार रहे है।
रंगों का हमारे जीवन में खास महत्व होता है ।शयनकक्ष में रंगों पर खास ध्यान रखा जाता है जैसे प्राकृतिक प्रकाश, लैम्प,शय्या, चादर, तकिया,कुशन,पर्दे,आरामकुर्सी आदि के रंगों में सामन्जस्य हो । कमरे में रूमानियत लाने के लिए इस चित्र में देखें शय्या पर सफेद चादर है तो सिरहाना और कम्बल लाल है, लटके हुए फानूस लेम्प रोशनी की अलग छटा बिखेरते हैं।लाल रंग के समकक्ष नीले रंग की आरामकुर्सी या सोफा सेट के साथ ड्रावर रंगों का अद्भुत संसार बनाते हैं।साथ ही जाली के झीने हल्के रंग के पर्दों से झांकती प्राकृतिक रोशनी शयनकक्ष की छटा को और बढा देती है।दीवार पर बना पुष्प चित्र व साथ में रखा गुलदान प्रकृति की छटा में निखार ला देता है। रूमानियत का अंदाज ही निराला हो जाता है।
यह सही है कि दीवार का रंग शयनकक्ष पर अपना पूर्ण प्रभाव डालता है परन्तु सूनी दीवारें किसे भली लगती हैं शयनकक्ष में चित्रों का संयोजन एक मह्वपूर्ण संरचना है कमरे के प्रकाश के रंगो की व्यवस्था और दीवार पर लगे चित्रो पर पडने वाले प्रकाश की समुचित व्यवस्था के अनुरूप चित्रों का संयोजन किया गया है।चित्रों के रंग संयोजन का पूरा ध्यान रखा गया है। चित्रों में प्राकृतिक चित्रों का आकलन बहुत ही खूबसूरत तरीके से किया गया है।प्राकृृतिक चित्रों का अपना अलग ही आकर्षण होता हैजिससे कमरा अपने आप में रूमानी वातावरण से परिपूरित हो जाता है।चित्रो का अपना आकर्षक संसार होता है ।उन्हे रंग संयोजन के आधार पर ही दीवार पर लगाय गया है।कुछ चित्र शय्या की चादर,तकिय,व कुशन के आवरण पर समुचित रंग व्यवस्था के साथ बनाये गये हैै जो देखने में अति सुन्दर लगने लगते हैं।चित्र भी ऐसे लगे हैं जो नेत्रों को और मस्तिष्क को सुकून पहुँचाए।
रूमानी शयन कक्ष की ही तरह आप और भी प्रकार के शयन कक्ष होमफाई पर देख सकते हैै । यह विचारधारा आपको कुछ पारम्परिक शयन कक्षों से परिचित करायेगी : 5 ट्रेन्डी बेडरूम डिजाइन्स